जसवंतनगर/इटावा। यहां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की पानी की टंकी पर चढ़कर एक 40 वर्षीया महिला ने गुरुवार को अफसरों को पसीना पसीना कर दिया। महिला साढ़े तीन घंटे तक टंकी पर चढ़ी रही, वह कूदकर जान देने की धमकी दे रही थी।
नेशनल हाइवे निर्माण में 4 वर्ष पूर्व इस महिला की फर्म ने किसी कांट्रेक्टर के मार्फत काम किया था और इसका उस कांट्रेक्टर पर 80लाख रुपए बकाया है। जिसको लेकर वह पिछले कई महीनों से पुलिस और प्रशासन के चक्कर लगा रही है। उसका आरोप है कि उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। इस वजह से उसने टंकी पर चढ़कर अफसरों को दबाव में लेने और अपना पैसा वसूलने का यह रास्ता चुना।
मामला यह है कि हाईवे निर्माण की कंपनी ए एम इंफ्रा टेक कंपनी के साथ मिलकर इस महिला की कंपनी कृष्णा कंस्ट्रक्शन ने 2019 में हाईवे निर्माण का काम मलाजनी, जसवंतनगर और भाऊपुर तथा कानपुर में वर्क आर्डर पर कई करोड़ का काम किया था। महिला की कंपनी का करीब 80 लाख रुपया तब से इंफ्राटेक कंपनी पर बकाया रह गया था।
महिला अपने बकाए के लिए काफी दिनों से प्रयासरत है। जसवंत नगर थाने में अप्रैल माह में उसकी तहरीर पर एक मुकदमा भी दर्ज हुआ था। साथ ही महिला ने अपनी वसूली के लिए मॉडर्न तहसील जसवंतनगर में चार घंटा से ज्यादा धरना और प्रदर्शन करते जान देने की ही धमकी दी थी।
महिला का आरोप है कि उसका 80 लाख रुपए का पेमेंट साढ़े तीन वर्षों से नहीं हुआ है। हमारा यह पैसा व्याज सहित एक करोड़ से ज्यादा हो गया है।
महिला ने जब धरना प्रदर्शन किया था ,तब इन्ही एसडीएम कौशल किशोर तथा क्षेत्राधिकारी अतुल प्रधान ने पीड़ित तथा कंपनी मैनेजर को बुलाकर बातचीत कराई थी। महिला संजू देवी का कहना है कि कंपनी ए एम इंफ्राटेक के मालिकों मुकेश पांडे और सुरेंद्र श्रीवास्तव के खिलाफ उसने एफ आई आर थाना जसवंतनगर में दर्ज कराई थी, मगर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की
उसने यह भी बताया कि हमने अपने जेवर, प्लॉट ,घर आदि बेचकर कंपनी के वर्क आर्डर के काम को पूरा कराया था। क्षेत्राधिकारी जसवंतनगर अतुल प्रधान तथा थाना प्रभारी मुकेश कुमार सोलंकी ने बताया है कि चूंकि मामला ग्राम रेपुरा थाना शिवली जिला कानपुर का था, जहां पर महिला ने काम किया था, इसलिए उसके द्वारा दर्ज कराई गई एफ आई आर को कानपुर पुलिस को भेज दिया गया था।
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